केवल 1 करोड़ से महंगी कार खरीदने वालों के लिए
ये बात केवल उन्हीं लोगों पर लागू होती है जो 1 करोड़ रूपये से महंगी कार बिना कर्ज़ लिए खरीद सकते हैं क्योंकि कर्ज़ लेकर कार खरीदने वालों को न अरबपति मानना चाहिए और न ही अमीर। कर्ज़ लेकर कार खरीदने वाले या तो मजबूरी में कार खरीदते हैं या झूठी शान के लिए।
मर्सिडीज, बीएमडॉब्ल्यू और ऑडी आदि की आती हैं इलेक्ट्रिक कारें
जिन लोगों कोप इम्पोर्टेड कारों का शौंक है, उनके लिए अब सभी विदेशी कार निर्माताओं ने इलेक्ट्रिक कारें भारत में लॉन्च कर दी हैं। मर्सिडीज़, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, जैगुआर, आदि ब्रांड ने भारत में बैटरी वाली कारें बेचना शुरू कर दिया है।
छत्तीसगढ़ के अरबपति कब खरीदेंगे इलेक्ट्रिक कार?
महानगरों में तो इलेक्ट्रिक कारों की मांग बढ़ी है लेकिन छत्तीसगढ़ में अभी भी अरबपति इनको लेकर उत्साहित नहीं हैं। वर्ष 2022 में भी आप अपने शहर के अरबपतियों को 1 करोड़ से 5 - 7 करोड़ रूपये की विदेशी कारों में घूमते हुए देखते ही होंगे। ये कब अपने देश और इस धरती की खातिर इलेक्ट्रिक कार खरीदेंगे?
अरबपतियों की पेट्रोल कार से कैसे होता है आम आदमी को नुक्सान?
मानिये की पेट्रोल 100 रूपये प्रति लीटर के भाव से मिलता है। एक आम आदमी जो मोपेड, स्कूटर या अच्छी माइलेज वाले मोटरसाइकिल का स्तेमाल करता हो, वो 100 रूपये में 60 से 80 किलोमीटर जाएगा। कार में चलने वाला आम आदमी 100 रूपये में 15 से 25 किलोमीटर जाएगा। लेकिन करोड़ों की कार में सफर करने वाला अरबपति 100 रूपये में 10 किलोमीटर से काम जाएगा। इसका असर हमारे देश की अर्थव्यवस्था के साथ हमारी धरती के वातावरण पर भी पड़ता है।
आपको पता ही होगा कि भारत देश अपनी ज़रूरत को पूरा करने के लिए विदेशों से कच्चे तेल का आयात करता है। एक आम आदमी 1 लीटर पेट्रोल में 60 से 80 किलोमीटर सफर करता है जबकि एक अरबपति मात्र 10 किलोमीटर। इससे होता ये है कि भारत को अरबपतियों के लिए अधिक मात्रा में तेल आयत करना पड़ता है। जिससे भारत को डॉलर खर्च करने पड़ते हैं। इसके परिणाम स्वरुप डॉलर के मुकाबले रूपये की कीमत घटती है।
इसी के साथ अरबपतियों के द्वारा पेट्रोल की मांग बढ़ाये जाने से आम आदमी की जेब पर भी असर पड़ता है। यदि पेट्रोल की मांग घटती है तो पेट्रोल का मूल्य भी घटेगा। इस मांग को घटने में भारत के अरबपति एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन ऐसा वो अपने आप से नहीं करेंगे। उन्हें ऐसे करने के लिए प्रेरित करना होगा। आप इस लेख का लिंक अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सकते हो ताकि ये बात छत्तीसगढ़ के अरबपतियों तक पहुँच जाए।
कार में चलने वाले आम आदमी अभी क्यों नहीं खरीद सकते ईवी?
सस्ती इलेक्ट्रिक कारें अभी शुरुआती चरण में हैं। ये अभी भी बहुत से लोगों की जेब से बहार हैं। साथ ही भारत में इलेक्ट्रिक कारों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी शुरुआती चरण में है। इसी लिए अभी के लिए इलेक्ट्रिक कारों पर शिफ्ट करने की ज़िम्मेदारी हमारे देश और प्रदेश के अरबपतिओयों पर है।
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